Skip to main content

 J.S.G.N. S.S

FYBA 2.2 SUDHA MURTHY

2. Sudha Murthy 

Sudha Murthy, nee Kulkarni (b.1950) was born in 

Shiaggon in northern Karnataka, India. The 

daughter of the physician Dr. S.R. Kulkarni, 

Murthy and her siblings were raised by her 

parents and maternal grandparents, Her 

childhood experiences form the historical basis 

for her first notable work entitled How I Taught 

My Grandparents to Read & Other Stories. Later, 

in the memory of her maternal grandparents, two 

institutions of higher learning-the H.R. Kadim 

Diwan Building housing the Computer Science & 

engineering (CSE) department at IIT Kanpur and

the Narayan Rao Melgiri Memorial national Law 

Library at NLSIU __ were endowed and inaugurate 

by the Infosys Foundation.

Comments

Popular posts from this blog

  भक्त श्री त्रिलोचन दास जी की जीवनी और भक्ति कथा परिचय भारत भूमि भक्ति संस्कृति की जननी रही है। यहाँ अनेक ऐसे भक्त हुए जिन्होंने अपने समर्पण, त्याग और प्रेम से भगवान की प्राप्ति की। भक्त श्री त्रिलोचन दास जी भी उन्हीं में से एक हैं जिनकी भक्ति और जीवन कहानी आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करती है। उनकी कथा पंडित इंद्रेश जी महाराज द्वारा सुनाई गई है, जो भक्ति पथ पर चलने वालों के लिए अमूल्य संसाधन है। इस कथा में हम त्रिलोचन दास जी के जीवन, उनके संघर्षों, उनके भगवान के प्रति समर्पण और उनके अद्भुत अनुभवों का गहन विवेचन करेंगे। प्रारंभिक जीवन और परिवेश त्रिलोचन दास जी का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। बचपन से ही वे साधारण और विनम्र स्वभाव के थे। उनके परिवार में धार्मिकता का वातावरण था, और उन्होंने बचपन से ही धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया। उनके बाल्यकाल की कहानियाँ और उनके मन में ईश्वर के प्रति एक गहरा आकर्षण था, जो समय के साथ उनकी भक्ति की नींव बना। परिवार में उन्हें सादगी, त्याग और ईमानदारी के गुणों को विकसित करने का भरपूर मौका मिला। भक्ति की ओर पहला कदम त्रिलोचन दास जी क...
  भक्त चारित्र: काले खां जी की अद्भुत कथा परिचय भक्ति मार्ग में अनेक भक्तों ने अपने अद्वितीय समर्पण और प्रेम से ईश्वर को प्राप्त किया है। ऐसे ही एक महान भक्त थे काले खां जी , जिनकी कथा हमें यह सिखाती है कि सच्ची भक्ति जाति, धर्म या सामाजिक स्थिति से परे होती है। प्रारंभिक जीवन काले खां जी का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनका जीवन साधारण था, लेकिन उनके हृदय में ईश्वर के प्रति गहरा प्रेम और समर्पण था। वे सदा ईश्वर के नाम का स्मरण करते रहते थे और उनके कार्यों में भक्ति की झलक स्पष्ट दिखाई देती थी। भक्ति का मार्ग काले खां जी ने अपने जीवन में भक्ति को सर्वोपरि माना। उनका विश्वास था कि ईश्वर केवल नाम और रूप से नहीं, बल्कि सच्चे प्रेम और समर्पण से प्राप्त होते हैं। उन्होंने समाज की परंपरागत धारणाओं को चुनौती दी और यह सिद्ध किया कि भक्ति का मार्ग सभी के लिए खुला है। ईश्वर से साक्षात्कार काले खां जी की भक्ति इतनी प्रबल थी कि स्वयं भगवान ने उन्हें दर्शन दिए। यह घटना उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ थी, जिसने उन्हें और भी अधिक समर्पित भक्त बना दिया। उनके अनुभवों ने समाज में भ...

Develop your personality.

                                                                                   DEVELOPE YOUR PERSONALITY           Personality is nothing but the aggregate conlomeraton of memoris and incidents in an Individual's entire life span. Enviromental factor,family bqackground ,finacial conditions, genetic factors,situtions and circumstances also contribute to an individual's personality.   In a laayman's language,how we behave in our day lives reflects our personality.How an individual behave with a trubled chilhood would not up easily. He/she would always hesitate to open his heart in front of others.Some kind of fear would always be there within him.An individual who never had any major problems in l...